भविष्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पार्टनरशिप
स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े लेवल पर बदलाव लाने वाले हेल्थकेयर टूल और सेवाएं मुहैया कराने के लिए, Google Health पूरी दुनिया में डायग्नोस्टिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े संगठनों और शैक्षणिक संगठनों के साथ पार्टनरशिप कर रहा है. हम अपने पार्टनर के ज्ञान और अनुभव, Google की टेक्नोलॉजी से जुड़ी विशेषज्ञता, और मरीज़ों के बारे में खास जानकारी की मदद से ज़रूरी रिसर्च कर रहे हैं. इसके साथ ही, हम आम लोगों, देखभाल करने वाले लोगों, और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं डेवलप करने पर भी काम कर रहे हैं. साथ मिलकर काम करने का हमारा मकसद, रोज़मर्रा के काम में उभरती टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाना है. इससे सभी लोगों की ज़िंदगी बेहतर बनाने का Google Health का मिशन हासिल करने में मदद मिलेगी.
हम भारत में अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ एक्स-रे जैसे उपलब्ध और किफ़ायती डायग्नोस्टिक टूल के इस्तेमाल पर स्टडी कर रहे हैं, ताकि यह समझ सकें कि डायग्नोस्टिक सेवाओं को ज़्यादा सटीक बनाने और उनकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए डीप-लर्निंग मॉडल को क्लिनिकल वर्कफ़्लो में कैसे इंटिग्रेट किया जा सकता है.
जिन मामलों में आंख से न दिखने की समस्या को पैदा होने से रोका या दूर किया जा सकता है उनसे निपटने के लिए, हम डायबिटिक रेटिनोपैथी के डायग्नोसिस पर ध्यान दे रहे है. साथ ही, रेटिना इमेजिंग में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने और इनका इस्तेमाल बढ़ाने के लिए भारत में अरविंद आई हॉस्पिटल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
हम सेंटर फ़ॉर इन्फ़ेक्शियस डिज़ीज़ रिसर्च इन ज़ांबिया (CIDRZ) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि यह जान सकें कि Google के एआई (AI) सुविधा की मदद से बेहतर बनाए गए टूल, डायग्नोसिस और आकलन में स्वास्थ्यकर्मियों की किस तरह मदद कर सकते हैं. साथ ही, वे मॉडल किस तरह टीबी के मरीज़ों की पहचान करने में स्वास्थ्यकर्मियों की मदद कर सकते हैं.
हम स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में एआई के इस्तेमाल को लेकर CVS Health के नज़रिए से पूरी तरह सहमत हैं. हम भी मानते हैं कि इस क्षेत्र में एआई के इस्तेमाल के दौरान, लोगों की निजता और उनके डेटा की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना ज़रूरी है. साथ ही, एआई को इस तरह से डेवलप और इस्तेमाल किया जाना चाहिए कि इससे किसी का नुकसान न हो और यह सबको समान तरीके से फ़ायदा पहुंचाए.
Digital Medicine Society (DiMe) के साथ पार्टनरशिप के तहत, हम स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए, डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपनाने पर ज़ोर दे रहे हैं. हमने साथ मिलकर, अलग-अलग डिजिटल टूल की मदद से, नींद और शारीरिक गतिविधि से जुड़े अहम आंकड़ों को ट्रैक किया है. इनसे लोगों की परेशानियों का इलाज करने के लिए, ट्रीटमेंट और थेरेपी डेवलप की जा सकेंगी और उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जा सकेगा.
हम HCA Healthcare के साथ मिलकर, एआई का इस्तेमाल करके, स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में वर्कफ़्लो को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके तहत, एआई की मदद से, डॉक्टर और मरीज़ के बीच होने वाली बातचीत को ऑटोमैटिक तरीके से सटीक मेडिकल नोट्स में बदला जा सकेगा. डॉक्टर इन नोट्स की समीक्षा करके, इनके सटीक होने की पुष्टि करेंगे. इसके बाद, Google Cloud के जनरेटिव एआई का इस्तेमाल करके, इन नोट्स को अस्पताल के इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड (ईएचआर) में सेव किया जा सकेगा.
हम Humana के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं, ताकि स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देकर, लोगों को किफ़ायती इलाज और बेहतर अनुभव दिया जा सके. इसके लिए, हम अलग-अलग टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन इस्तेमाल करने के साथ-साथ, डेटा, आंकड़ों, और एआई की मदद लेंगे.
मेयो क्लिनिक की विश्व स्तरीय क्लिनिकल विशेषज्ञता को Google के बेहतर क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के साथ जोड़ते हुए, हम पूरी तरह बदलाव लाने वाले समाधानों पर रिसर्च करने और उन्हें तैयार करने का काम कर रहे हैं. ये समाधान, हेल्थकेयर की सुविधा देने वालों को मरीज़ों की देखभाल के लिए, बेहतरीन टूल उपलब्ध कराते हैं. इसके अलावा, हम पूरी दुनिया में जिन लोगों को अपनी सेवा देते हैं उनके स्वास्थ्य और वेलबीइंग को भी बेहतर बनाते हैं.
फेफड़े और स्तन कैंसर का पता लगाने और शुरुआती उपचार की सुविधा देने में मदद करने के लिए, स्क्रीनिंग प्रक्रिया को ज़्यादा सटीक और बेहतर बनाने के लिए, Google, क्लिनिकल रिसर्च पर नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन के साथ मिलकर काम कर रहा है.
जिन मामलों में आंख से न दिखने की समस्या को पैदा होने से रोका या दूर किया जा सकता है उनसे निपटने के लिए, हम डायबिटिक रेटिनोपैथी के डायग्नोसिस पर ध्यान दे रहे हैं. साथ ही, रेटिना इमेजिंग में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने और इनका इस्तेमाल बढ़ाने के लिए थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय से मान्यताप्राप्त राजवीथी हॉस्पिटल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
जिन मामलों में आंख से न दिखने की समस्या को पैदा होने से रोका या दूर किया जा सकता है उनसे निपटने के मिशन में हमने भारत में शंकर नेत्रालय के साथ पार्टनरशिप की है. इसके तहत हम शुरुआत में ही डायबिटिक रेटिनोपैथी के डायग्नोसिस के लिए रेटिनल इमेजिंग को बेहतर बनाने में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं.
हम स्टैनफ़ोर्ड मेडिसिन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि हेल्थकेयर सेवा देने वाले लोग मरीज़ों का इलाज अपने हिसाब से करने के लिए डेटा के इस्तेमाल का तरीका जान सकें. मेडिकल रिसर्च और क्लिनिकल केयर में स्टैनफ़ोर्ड मेडिसिन की विशेषज्ञता को अपनाकर और Google के डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की सुविधाओं का इस्तेमाल करके, स्वास्थ्य को ज़्यादा लोगों तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है.
ताइवान का नैशनल हेल्थ इंश्योरेंस एडमिनिस्ट्रेशन (एनएचआईए), Google Cloud, और Google Health के साथ मिलकर, ताइवान में टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीज़ों को होने वाली परेशानियों के बारे में जानने और उन्हें मैनेज करने के लिए काम कर रहा है. इसके लिए, Google Cloud के एआई और डेटा का आकलन करने की सुविधाओं की मदद ली जा रही है.
Google, Ubie के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग Health Connect by Android का इस्तेमाल करें और अपनी सेहत का ध्यान रख सकें. Ubie, स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को Google के एआई की सुविधाओं वाले क्लिनिकल टूल उपलब्ध करा रहा है. इनसे वर्कफ़्लो को व्यवस्थित किया जा सकेगा और लोगों को बेहतर इलाज दिया जा सकेगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन
Google Health और विश्व स्वास्थ्य संगठन साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ा भरोसेमंद और सटीक कॉन्टेंट उपलब्ध कराया जा सके और लोगों को मौजूदा, तेज़ी से बढ़ रहीं या आगे आने वाली बीमारियों से बचने के लिए तैयार किया जा सके. साथ ही, कम संसाधनों वाली जगहों पर टेक्नोलॉजी की मदद से बेहतर इलाज पहुंचाने के लिए भी हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं.